नवचंडी यज्ञ

नवचंडी यज्ञ एक नव दुर्गा पूजा है। यह पूजा इच्छाओं को सच करने के लिए है और स्वास्थ्य, धन, शक्ति के लिए भी है। साथ ही जीवन में समृद्धि, सफलता और कई अन्य समस्याएं, लोग इस नव चंडी यज्ञ को करने से सभी कष्टों से छुटकारा पा लेते हैं। यह यज्ञ शत्रु और बुरे ग्रहों के परिणाम को दूर करता है

For Vidhi,
Email:- info@vpandit.com
Contact Number:- 1800-890-1431

Eligible For Puja: Anyone 0 Students enrolled
Last updated Sat, 29-Jan-2022 English
पूजा के लाभ
  • इस नव चंडी यज्ञ को करने से लोगों को सभी कष्टों से मुक्ति मिल जाती है।
  • यह यज्ञ शत्रु और अशुभ ग्रहों के परिणाम को दूर करता है।

पूजाविधि के चरण
00:00:00 Hours
संकल्प
1 Lessons 00:00:00 Hours
पूजन सामग्री
  • कूष्माण्ड (पेठा)
  • 15 पान
  • 15 सुपारी
  • लौंग 15 जोड़े
  • छोटी इलायची 15
  • कमल गट्ठे 15
  • जायफल 2
  • मैनफल 2
  • पीली सरसों
  • पंच मेवा
  • सिन्दूर
  • उड़द मोटा
  • शहद 50 ग्राम
  • ऋतु फल 5
  • केले
  • नारियल 1
  • गोला 2
  • गूगल 10 ग्राम
  • लाल कपड़ा
  • चुन्नी
  • गिलोय
  • सराईं 5
  • आम के पत्ते
  • सरसों का तेल
  • कपूर
  • पंचरंग
  • केसर
  • लाल चंदन
  • सफेद चंदन
  • सितावर
  • कत्था
  • भोजपत्र
  • काली मिर्च
  • मिश्री
  • अनारदाना
  • चावल 1.5 किलो
  • घी एक किलो
  • जौ 1.5 किलो
  • तिल 2 किलो
  • अगर
  • तगर
  • नागर मोथा
  • बालछड़
  • छाड़छबीला
  • कपूर कचरी
  • भोजपत्र
  • इन्द जौ
  • सितावर
  • सफेद चन्दन 
  • आम या ढाक की सूखी लकड़ी 20 किलो
  • नवग्रह की नौ समिधा (आक, ढाक, कत्था, चिरचिटा, पीपल, गूलर, जांड, दूब, कुशा)
वर्णन

नव चंडी पूजा महत्व

नव चंडी पूजा में भगवान गणेश, भगवान शिव, नव ग्रह, और नव दुर्गा की पूजा होती है. इसके प्रभाव से व्यक्ति जीवन में धन्य धान्य की वृद्धि होती है. नवचंडी पूजा और हवन द्वारा देवी का आशीर्वाद प्राप्त होता है. अगर आपके ग्रह नक्षत्र आपके पक्ष में नहीं हों. तो ऎसे समय में उन सभी को अपने अनुकूल करने के लिए नवचंडी यज्ञ बहुत सहायक बनता है. नव चंडी पूजा सब से अधिक सकारात्मक फल देने वाली शक्ति है. व्यक्ति को ऊर्जावान और सकारात्मक माहौल प्राप्त होता है.